वो दोस्तों दा प्यार, वो खट्टी मीठी तकरार
वो पापा की डांट , वो मम्मी दा प्यार
वो पुदीने दी चटनी ,वो आम का अचार
वो रोज़ छुट्टी स्कूल की ,वो मिली जुली सरकार
वो पहली बारिश ,वो पहला प्यार
वो खेलना क्रिकेट , हर इतवार
वो दिवाली की रौशनी , वो रंगों का त्यौहार
वो पापा का देना , जन्मदिन पर उपहार
वो कहना सभी का , आपका बेटा है होशियार
वो चुस्की का स्वाद, वो चूरन ज़ोरदार
वो शक्तिमान का हर शनिवार ,करना चमत्कार
वो क्रूर सिंह का कहना ,यक्कू हर रविवार
वो यादें है अब तो बस ,जो आये बारबार
वो बचपन भी बीता,वो छूटा घरबार
वो करने लगे देखो ,हम भी रोजगार
वो छूटे जो अपने , याद आये हरबार
वो फिर से मैं चाहूँ , लौट आये दिन वो यार
वो जब हर दिल में ,बस भरा था प्यार ही प्यार..............
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