ज़िन्दगी के पन्नों पर लिखी एक कहानी जैसे...
कुछ खट्टे ,कुछ मीठे पलो की जुबानी जैसे ...
कुछ खट्टे ,कुछ मीठे पलो की जुबानी जैसे ...
यादें हैं कुछ जो हँसा जाती है हमे...
कुछ ऐसे भी हैं जो आँखें नम कर जाती है जैसे ...
कुछ ऐसे भी हैं जो आँखें नम कर जाती है जैसे ...
वक़्त जैसे थम सा गया हो ,
लगती है कल की हो वो बाते जैसे ..
लगती है कल की हो वो बाते जैसे ..
हस लेते थे जब यूँ ही छोटी छोटी बातों पर ,
ज़िन्दगी थी परियों की कहानी जैसे ..........
ज़िन्दगी थी परियों की कहानी जैसे ..........