मैं शायर बदनाम........
Main Shayar Badnam......
पृष्ठ
मुखपृष्ठ
बुधवार, 24 नवंबर 2010
हम एक दिया जला दे .......
रोते हुए को हसना सिखा दे , मरते हुए को जीना सिखा दे
ना फैलाओ अब और अँधेरा, आ जाओ अब हम एक दिया जला दे .....
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें